Shramashree Yojana 2025 – लौटे प्रवासी श्रमिकों को मिलेगा ₹5,000 महीना और बेहतर पुनर्वास
योजना का परिचय
Shramashree Yojana, पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा 18 अगस्त 2025 को घोषित की गई एक नवीनतम कल्याणकारी पहल है, जिसका उद्देश्य विन-राज्य से लौटे बंगाली-मूल के मज़दूरों को सम्मानपूर्वक पुनर्वास और आर्थिक सहायता देना है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह योजना “Lakshmir Bhandar जितनी बड़ी” बताया है।
प्रमुख लाभ (Benefits Overview)
एकमुश्त यात्रा सहायता: तुरंत ₹5,000
मासिक सहायता: 1 वर्ष तक नियमित ₹5,000 (या रोजगार मिलने तक)
अतिरिक्त समर्थन:
- मुफ्त राशन (Khadya Sathi)
- स्वास्थ्य सुरक्षा (Swasthya Sathi)
- कौशल मूल्यांकन और प्रशिक्षण (Utkarsha Bangla)
- रोजगार कार्ड (Karmashree)
- सामुदायिक रसोई और सरकारी स्कूलों में शिक्षा सुनिश्चित
पात्रता और रजिस्ट्रेशन
कौन पात्र है?
बंगाल के निवासी हों, जो अन्य राज्यों (जैसे यूपी, दिल्ली, महाराष्ट्र) में काम करते हुए पुलिस उत्पीड़न, पहचान संबंधी क्लीन अप या समक्ष अड़चनें झेलकर वापस लौटे हों।
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया:
महाराष्ट्र में वांछित श्रमिकों को Amader Para Amader Samadhan या Migrant Welfare Board Camps पर संपर्क करना चाहिए।
योजना का उद्देश्य और सामाजिक प्रभाव
यह योजना आर्थिक मुआवज़ा + कौशल प्रशिक्षण दोनों प्रदान करती है, जिससे प्रभावित मजदूरों को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
लगभग 22 लाख पंजीकृत मजदूरों इसका लाभ उठा सकते हैं। यह पहल सामाजिक न्याय और सम्मान लौटाने का संवेदनशील प्रयास प्रस्तुत करती है।
अगर आप या आपका कोई परिचित पश्चिम बंगाल में काम करते-करते लौटे हैं, तो Shramashree Yojana के तहत तुरंत ₹5,000 यात्रा सहायता और ₹5,000 महीने का लाभ पाएं। अभी नजदीकी कृत्रिम केंद्र पर संपर्क करें!